मुंबई के यदि अंडरवल्र्ड की बात करें तो कई लोग तो ऐसे रहे हैं, जिन्हें किस्मत इस धंधे में खींच लाई। हालांकि वह ना चाहते हुए भी अंडरवल्र्ड में आ गए और खूब नाम और पैसा भी कमाया। इसी कड़ी में बात करेंगे अंडरवल्र्ड के बड़ा राजन की, जिन्होंने इस काली में दुनिया में जमकर राज किया। मगर इस दुनिया में आने से पहले वह एक दर्जी था, जोकि हर रोज 25 से 30 रुपए ही कमाकर बहुत खुश रहता था। अपनी प्रेमिका की खुशी और खर्चे पूरे करने के लिए राजन महादेव नायर ने एक टाईप राईटर क्या चोरी किया, वह सीधे अंडरवल्र्ड की दुनिया में पहुंच गया।
चोरी के बाद तीन साल जेल में रहा
राजन महादेव नायर ने टाईप राईटर चुराने के बाद जब पकड़ा गया तो उसे तीन साल जेल में रहना पड़ा। जेल से आने के बाद वह इस पेशे में घुसता चला गया और एक दिन उसने खुद की ही गैंग बना ली। जिसका नाम उसने रखा गोल्डन गैंग। यह गैंग आगे जाकर बड़ा राजन के नाम से जाना जाने लगा और धीरे धीरे उसका साम्राज्य बढऩे लगा। कहा जाता है कि 1970 और 80 के दशक में बड़ा राजन का नाम अंडरवल्र्ड में चमकने लगा। वह इस दशक में मुंबई पर राज करने लगा था। इसी दौरान उसकी मुलाकात दाऊद इब्राहिम से हुई। बाद में दोनों ने हाथ मिला लिया और उसके बाद बड़ा राजन उसके लिए काम करने लगा।
करीम लाला और हाजी मस्तान को दी टक्कर
यह भी बताया जाता है कि बड़ा राजन और दाऊद के साथ आने के बाद मुंबई में करीम लाला ओर हाजी मस्तान का धंधा फीका पडऩे लगा था। दाऊद और बड़ा राजन मिलकर इन दोनों बड़े डॉन के लिए सिरदर्द बन गए थे। कहा तो यह भी जाता है कि यदि बड़ा राजन दाऊद से हाथ ना मिलाता तो फिर उसके लिए मुंबई की काली दुनिया पर राज करना नामुमकिन ही होता। कहा तो यह भी जाता है कि मुंबई की काली दुनिया में छोटा राजन की एंट्री भी बड़े राजन की बदौलत हुई थी। कभी यह दोनों विक्रोली इलाके में सिनेमा की टिकट ब्लैक किया करते थे। जिसके बाद यह अच्छे दोस्त बन गए। जब दोनों साथ काम करने लगे तो राजेंद्र सदाशिव निखलजे को लोगों ने छोटा राजन कह कर बुलाने लगे।
बड़ा राजन की गर्लफे्रंड से कर ली शादी
बड़ा राजन के कहने पर ही छोटा राजन भी दाऊद के गिरोह का हिस्सा बन गया। बड़ा राजन ही उसे वहां लेकर गया था। बड़ा राजन मुंबई में दाऊद के प्रॉपर्टी के झगड़े, बिल्डरों से वसूली और उन्हें सुरक्षा देने का काम करता थ। जिसमें छोटा राजन उसके सहयोगी के तौर पर काम करता था। बताया जाता है कि बड़ा राजन के एक दोस्त अब्दुल कुंजू ही उसकी मौत के लिए जिम्मेदार माना जाता है। गैंग में साथ काम करते हुए कुंजू ने बड़ा राजन की गर्लफ्रेंड को अपने साथ मिला लिया और उससे शादी भी कर ली।
इस तरह हुई राजन की मौत
बाद में वह बड़ा राजन से अलग हो गया, जिसके बाद उनमें दुश्मनी पैदा हो गई। बताया जाता है कि साल 1982 में कुंजू ने पठान ब्रदर्स की मदद से बड़ा राजन की हत्या करवा दी थी। जिसके बाद बड़ा राजन का सम्राज्य छिन्न भिन्न हो गया था। इससे दाऊद को भी बड़ा झटका लगा था। यह है एक दर्जी से मुंबई अंडरवल्र्ड पर राज करने वाले बड़ा राजन की स्टोरी।