मैं आजकल प्रतिदिन समाचार सुनता हूं, उन समाचारों में रोज़ एक या दो खबर देश के हिस्सों में कहीं ना कहीं दलितों से जुड़ीं अमानवीय घटनाओं की होती हैं। दलित महिलाओं के साथ बलात्कार के मामले सामने आते हैं। जातिगत ईर्ष्या के कारण उनके घरों में घुसकर उन्हें एवं उनके परिवारों को मारा-पीटा जा रहा है।
दबंगों द्वारा दलितों की बस्तियां फूंकी जा रही हैं। आखिर देश में दलित समुदाय कहां सुरक्षित है? देश में ऐसी घटनाएं दिन- प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं।
पिछले साल हाथरस की एक घटना सामने आई थी, जिसमें सवर्ण जाति के लोगों ने दलित समुदाय से सम्बन्ध रखने वाले एक परिवार बेटी के साथ अमानवीय कृत्य किया गया और उसकी गर्दन तोड़ दी गई और इलाज की सुविधाएं उपलब्ध होने के बावजूद भी हाथरस की दलित बेटी नहीं बच सकी और परिवार आखिर तक न्याय की मांग करता रहा।
बिहार में दलित समुदाय की बस्ती को जलाकर राख कर दिया गया
बीते दिनों बिहार में दलित समुदाय की एक दुःखद और अमानवीय घटना सामने आई, जिसमें आधी रात को दबंगों द्वारा दलितों के घर मे आग लगाकर उन पर हमला किया गया जिसके कारण लगभग उनके दो दर्जन घर नष्ट हो गए। इस घटना में एक चौकीदार की मौत भी हो गई और बहुत लोग घायल भी हुए।
दबंगो द्वारा बेखौफ होकर इस घटना को अंजाम दिया गया। वे दलित बस्ती को आग लगाकर दलितों को खत्म करना चाहते थे। ऐसे में दलित समाज अपने आप को देश में कैसे सुरक्षित महसूस करेगा?
मध्यप्रदेश की दलितों के साथ घटना बहुत चिंताजनक
मध्यप्रदेश के छतरपुर में खेत में काम करने से मना करने पर दबंगो द्वारा एक दलित परिवार पर अत्याचार किया गया। उस परिवार के बच्चों के सामने ही उस महिला के साथ दुष्कर्म किया गया। ऐसे बलपूर्वक घर में घुसकर दलित परिवार के साथ गलत व्यवहार किया जाना चिंताजनक है।
आज देश में रोज़ दलितों के साथ होने वाली अमानवीय घटनाओं के होने पर उनके लिए कहीं से न्याय की उम्मीद भी नहीं हैं। जब दबंगों द्वारा बलपूर्वक दलितों की बस्तियां जलाई जाती हैं ताकि दलितों की बस्ती खत्म हो जाए, तो दलित किस तरह से स्वयं एवं अपने परिवार को सुरक्षित रखेगा?
गुजरात में लंबी मूंछ रखने पर दलित युवक की पिटाई
गुजरात के अहमदाबाद में लंबी मूछें रखने की वजह से एक दलित युवक की बेरहमी से पिटाई की गई। ऐसे में अगर मूंछ तक रखने को लेकर दलितों को मारा जा रहा है। जिससे देश में दलितों की स्वतंत्रता खत्म सी होने लगी है। देश के कोने-कोने में दलितों के साथ अत्याचार के मामले बढ़ते जा रहे हैं। सरकार को ऐसे दबंगों के खिलाफ सख्त कदम उठाने होंगे, तभी सभी लोग अपने आप को सुरक्षित महसूस करेंगे।