हर इंसान के जीवन में उसका कोई ना कोई दोस्त जरूर होता है। ज़िन्दगी में दोस्तों के होने से ज़िन्दगी काफी रंगीन हो जाती है, और यदि आपके पास कुछ सच्चे दोस्त हों तो क्या ही कहना। जीवन में सच्चे दोस्त की एक अलग ही अहमियत होती है। हम पूरी ज़िन्दगी दोस्त तो बहुत बनाते हैं परन्तु हमारे सच्चे दोस्त बहुत कम ही होते हैं। यदि आप यह जानना चाहते हैं की कौन आपका सच्चा दोस्त है और कौन नहीं, तो यकीन मानिये आपकी दोस्ती का रिश्ता पहले से ही कठिनाईयों से जूझ रहा है। सच्चे दोस्तों को पाना बेहद मुश्किल होता है परन्तु आपकी ज़िन्दगी में कुछ सच्चे दोस्त हैं तो आप कुछ बातों को ध्यान में रखते हुए उन्हें आसानी से पहचान सकते हैं।
- सच्चे दोस्त हमेशा आपको प्रोत्साहित करते हैं। वे आपसे भले ही किसी मुद्दे पर सहमति ना रखते हों परन्तु तब भी वो आपको जितना सहयोग प्रदान कर सकते होंगे, प्रदान करेंगे। यदि आपका मित्र सच्चा है तो वह हर समय आपका गुणगान नहीं करेगा, वह आपकी सही बातों का सहयोग करेगा और आपके गलत होने पर आपका सही मार्गदर्शन करते हुए उस पर चलने को प्रेरित करेगा।
- हमें कभी-कभी किसी ऐसे मित्र की ज़रूरत होती है जो हमारी बातों को ध्यानपूर्वक सुने। सच्चा मित्र ये बात समझता है की उसे किस वक़्त अपना मुँह बंद और कानों को खुला रखना है। वो निरंतर आपकी आँखों से संपर्क बनाये रखेगा, और जो बात आप उसे बता रहे हैं, उसके सन्दर्भ में आपसे कुछ सवाल भी करेगा और यदि कोई समस्या है तो उसका समाधान बताने की भी कोशिश करेगा। एक सच्ची मित्रता में दोनों मित्र समान मात्रा में अपनी भावनाएँ एक-दूसरे के साथ बाँटते हैं।
- सच्चे दोस्त अपनी हर वो बात एक-दूसरे के साथ साझा करते है जो वे हर किसी के साथ नहीं कर सकते। सच्चे दोस्त एक-दूसरे के मन को अच्छी तरह पढ़ लेने में सक्षम होते हैं। यदि किसी भी तरह की कोई गड़बड़ हो जाये, तो सच्चे मित्र उसकी चर्चा चारों तरफ नहीं करते, वे उसे गुप्त रखने का प्रयास करते हैं और आप के साथ बात करके उस मसले को सुलझाने की कोशिश करते हैं।
- सच्ची मित्रता को बरकरार रखने के लिए दोस्तों का आपस में एक-दूसरे के प्रति ईमानदार रहना बेहद ज़रूरी है। यदि आपका दोस्त किसी भी परिस्थिति में अपनी दोस्ती के प्रति ईमानदार है तो ये समझ लीजिये की आपने अपने जीवन में एक अच्छा एवं सच्चा मित्र पा लिया है।
- एक सच्चा मित्र बनने के गुण उसी व्यक्ति में हो सकते हैं जो आपके सामने और आपके पीठ पीछे एक जैसी बातें करे, अर्थात सच्चे मित्र कभी अपने दोस्त के पीठ पीछे उसके बारे में कोई गलत एवं झूठी अफवाह नहीं फैलाते। उनमें किसी की भी चुगली करने का गुण नहीं होता है। वे आपसे भी कभी किसी और की चुगली नहीं करते होंगे। यदि आप किसी को आपना सच्चा मित्र मानते है तो उनका व्यवहार जैसा आपके सामने है बिलकुल वैसा ही आपके पीठ पीछे भी रहता होगा।
- हर इंसान अपने जीवन में व्यस्त है, आज के समय तो लोगों के पास सोने तक का वक़्त नहीं है, परन्तु एक सच्चे मित्र के पास हमेशा आप के लिए समय रहता है। यदि आपका मित्र आप से नियमित रूप से फ़ोन पर बात करता है, आपसे निरंतर रूप से मिलते रहने का प्रयास करता है, तो आपके पास यकीनन एक अच्छा मित्र है। हालांकि आप भी उसके साथ इसी तरह का व्यवहार करते हैं, इस बात का ख़ास ख्याल रखें।
- एक सच्ची मित्रता में, दोनों ही मित्र अपने रिश्ते को बनाये रखने में सामान रूप से ही मेहनत करते हैं। यह एक-तरह से लेन-देन वाला रिश्ता होता है, यदि आपका मित्र सिर्फ लेना जानता है पर देना नहीं, तो आप ज़रा संभल जाएँ। आमतौर पर इसमें कुछ ऐसा होता होगा, जैसे कभी बाहर खाते-पीते वक़्त बिल हमेशा आप देते हों, आप ही हमेशा उसे पहले कॉल करते हों, या फिर मूवी नाईट हमेशा आपके घर पर होती हो। यदि ऐसा हो तो ऐसे मित्र से दूरी बनाये रखने में ही आपकी भलाई है क्यूंकि सच्ची मित्रता दोनों तरफ से एक सामान रूप से निभाई जाती है।
- सच्चे दोस्त के पास आप से दोस्ती बनाये रखने का कोई उद्देश्य नहीं होता। ये थोड़ा अजीब है परन्तु कुछ समय निकाल कर ये जानने का प्रयास जरूर करें कि आपका दोस्त आपके साथ केवल किसी उद्देश्य को पूर्ण करने के लिए तो दोस्ती नहीं कर रहा। यदि आप एक लोकप्रिय व्यक्ति है तो क्या आपका दोस्त आपके साथ सिर्फ इसलिए तो नहीं की वह भी आपके साथ रह कर लोकप्रिय होना चाह रहा हो। आपका दोस्त केवल आपके साथ आपकी धन-संपत्ति के लिए तो नहीं, जिनसे वह उन सभी चीज़ों को पा सके, जिन्हें पाने की उसकी कभी गुंजाइश ही ना हो। यदि ऐसा है तो ऐसे दोस्तों को समय रहते परख लेने में ही समझदारी है।
- एक सच्चा मित्र आपको यह जरूर महसूस करवाता है, कि उसके लिए उसकी ज़िन्दगी में आपका होना बहुत महत्वपूर्ण है। वे समय पड़ने पर आप से सलाह माँगते हैं, और उन पर गौर भी फरमाते हैं और किसी और मित्र के आने पर भी आप को छोड़ कर कहीं नहीं जाते, तो एक ऐसा मित्र ढूँढें जो आप की मित्रता का सम्मान कर सके।
- सच्चे मित्र आप को हमेशा खुश रखेंगे। यह बहुत ही सामान्य बात होगी, है ना? सच्चे मित्र वही होते हैं, जिन के आसपास आप भी खुशी महसूस करें। जैसा कि हर किसी में कोई ना कोई कमी होती है लेकिन यदि आपको ऐसा लगता है जैसे आप का मित्र हर वक्त किसी ना किसी समस्या से घिरा रहता है और आप कभी भी उस के साथ खुल कर आनंद नही ले पाते क्योंकि आप हमेशा ही उसकी मदद करने में लगे रहते हैं, तो यहाँ पर आप एक चीज़ समझें कि “आप एक मित्र हैं, ना कि सिर्फ़ रोने के लिए एक कंधा” इसलिए ऐसे मित्र बनाये जिनके साथ आप खुश रह सकें और उन्हें भी खुश रख सकें।