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राजस्थान के बेरोजगार इन दिनों दिल्ली की सड़कों पर मुर्गा बनकर कर रहे हैं प्रदर्शन

जयपुर। राजस्थान के कम्प्यूटर डिग्रीधारी बेरोजगार इन दिनों दिल्ली की सड़कों पर हैं। अब वे राज्य सरकार से लेकर गांधी परिवार तक आग्रह कर रहे हैं कि प्रदेश सरकार उनके दर्द को समझते हुए उन्हें स्थाई नौकरी दे। इसके लिए राजस्थान ही नहीं यूपी और दिल्ली में भी कांग्रेस मुख्यालयों के बाहर प्रदर्शन किया जा रहा है। युवकों ने संविदा पर कम्प्यूटर के अध्यापकों की भर्ती को लेकर निराशा हाथ लगने पर अब अनोखा विरोध का तरीका निकाला है, जो दिल्ली की सड़कों पर कांग्रेस मुख्यालय के बाहर किया जा रहा है। कम्प्यूटर में पोस्ट ग्रेजुएट युवा नई दिल्ली में राज्य सरकार की ओर से कंप्यूटर शिक्षकों की संविदा के आधार पर निकाली गई भर्ती का विरोध कांग्रेस मुख्यालय के बाहर मुर्गा बनकर कर रहे हैं।

 

किया जा रहा है लंबे समय से इंतजार

 

राजस्थान सरकार ने 2020-21 के बजट में कम्प्यूटर शिक्षक कैडर बनाने की घोषणा की थी। राजस्थान सरकार के इस ऐलान से कम्प्यूटर डिग्री धारकों की बांछे खिल गई थीं। बेरोजगारी के इस दौर में कम्प्यूटर डिग्रीधारकों को रोजगार की आस दिखाई दी थी। लेकिन हाल ही राजस्थान सरकार की ओर यह ऐलान किया गया है कि कि उन्हें नियमित भर्ती के जगह संविदा के आधार पर नौकरी दी जाएगी, लिहाजा सरकार के इस फैसले ने उनके चेहरों पर मायूसी ला दी है।

 

 

 

क्यों किया जा रहा है कांग्रेस मुख्यालयों के बाहर विरोध-प्रदर्शन

 

राजस्थान के कंप्यूटर ग्रेजुएट्स बेरोजगार युवाओं का कहना है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जी ने सितंबर 2020 में उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा संविदा भर्ती का जमकर विरोध किया था। संविदा भर्ती को बेरोजगारों का अपमान बताया था, उसे युवा का अपमान बताया था। लेकिन अब जब कांग्रेस शासित राजस्थान सरकार ने खुद 10453 पदों पर कंप्यूटर शिक्षक भर्ती संविदा के आधार पर निकाली है, तो युवा बेरोजगार प्रियंका गांधी से उनके दोहरे मापदंड पर सवाल कर रहे हैं कि वो आखिर क्यों राजस्थान में कांग्रेस सरकार की ओर से किए जा रहे युवाओं के अपमान के खिलाफ नहीं बोल रहीं।

 

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