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“ओलम्पिक में बेहतरीन जीवन-संघर्ष का प्रदर्शन भारतीय महिला हॉकी टीम का और क्रेडिट फिल्मों को”

ओलम्पिक में भारतीय महिला हॉकी टीम के जीवन-संघर्ष का बेहतर प्रदर्शन

वाह भाई वाह, हालांकि, इसके बाद हुए विवाद के बाद राठी ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया यानी कि सारा क्रेडिट बॉलीवुड और चक दे इंडिया को ही मतलब भारतीय हॉकी टीम के कोच को कोई क्रेडिट नहीं, टीम को कोई क्रेडिट नहीं, ओड़िसा सरकार जैसे sponcer को कोई क्रेडिट नहीं, लेकिन राठी जी क्रेडिट देंगे तो चक दे इंडिया फिल्म को, कल से यही बोल देंगे कि भारत ने 2012 में क्रिकेट में वर्ल्ड कप जीता था, क्योंकि धोनी लगान मूवी से ही प्रेरित हुए थे या फिर आप कल कहोगे कि रवि दहिया दंगल की सान्या और फ़ातिमा से प्रेरित हुए थे।

वहीं कुछ न्यूज़ चैनल भी चक दे इंडिया की एक्ट्रेस को पैनल पर बुलाके उनसे चर्चा कर रहे हैं। अरे भाई, उनके कोच को बुला लेते टीम प्लेयर्स को बुला लेते चर्चा के लिए। वैसे, हमारे देश में लोग चिल्ला-चिल्ला कर कहते हैं कि क्रिकेट के अलावा दूसरे खेलों को कोई खास वरीयता नहीं मिल पाती और अब जब हॉकी महिला टीम ने इतना बेहतरीन प्रदर्शन किया तो तुम सब मिलकर क्रेडिट जो है, फिल्मों को दे रहे हैं।

इसका मतलब कि ये सभी महिला खिलाड़ी चक दे इंडिया देख कर उतर गए थे, क्या ओलम्पिक के मैदान में? आप उनको लाइए ना पैनल पर, उनको करो ना थोड़ा प्रमोट, कितने लोग गगन नारंग, कर्णम मल्लेश्वरी, योगेश्वर दत्त, साक्षी मलिक का नाम याद है आपको इन सबने भी ओलम्पिक खेलों में ही मैडल जीते हैं।

इनको तो जानते ही होंगे आप, नहीं जानते तो कोई बात नहीं, चलो मैं बताता हूं। वर्ष 2012 में, जब इंडियन हॉकी बिल्कुल नीचे (स्तर) पर थी, जब लंदन में ओलिंपिक हुआ था। उसके बाद से नवीन पटनायक (ओड़िशा के मुख्यमंत्री) ने 2014 में धीरे-धीरे हॉकी की कमान संभालना शुरू की, तब नवीन पटनायक हॉकी के उस वक्त के सबसे बड़े खिलाड़ी दिलीप टिर्की से मिले और दोनों ने हॉकी के इंफ्रास्ट्रक्चर को डेवलप करने की ठानी और तबसे ओड़िसा ने 2014 चैंपियंस ट्रॉफी होस्ट की, 2017 वर्ल्ड लीग होस्ट किया। 

2018 में ओड़िसा भारत का पहला राज्य बना, जिसने हॉकी टीम और हॉकी महिला टीम को स्पांसर किया (5 साल के लिए) और भारत में किसी भी नॉनक्रिकेट स्पोर्ट्स को इस तरह से किसी भी सरकार ने स्पांसर नहीं किया था और सबसे बड़ी बात यह है कि ओड़िसा ने हॉकी इंफ्रास्ट्रक्चर को इतना डवलप किया है कि ओड़िसा को 2023 हॉकी वर्ल्ड कप आयोजित कराने का मौका मिला था।

इस होस्ट की दौड़ को जीतने के लिए, उन्होंने बेल्जियम और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों को पछाड़ा है। उसकी तैयारी के लिए, वहां की सरकार अब देश का सबसे बड़ा 20,000 सीट की क्षमता वाला बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम तैयार कर रही है, जो लगभग 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा। देश में आने वाले समय में हॉकी टीम, जो भी मैच जीतेगी उसका क्रेडिट ओड़िसा सरकार, हॉकी टीम की मेहनत और कोच को जाएगा ना कि चक दे इंडिया जैसी बॉलीवुड की किसी फिल्म को।

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