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मुस्लिम समुदाय के विरूद्ध धमकी भरे नारे लगने पर देश के चिंतकों ने क्या कहा?

मुस्लिम समुदाय के विरूद्ध धमकी भरे नारे लगने पर देश के चिंतकों ने क्या कहा?

देश में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ फैलाई जा रही नफरत रुकने का नाम नही ले रही है। उनके खिलाफ भड़काव बयानबाजी और नारेबाजी जारी है। ऐसा ही एक मामला देश की राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर हुआ था, जिससे देश का माहौल गरमा गया था और चारों तरफ अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ धमकी भरे नारेबाजी करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठने लगी थी।  

8 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता एवं बीजेपी के पूर्व प्रवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर एक सभा का आयोजन किया था, जिसमें सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया था। इस सभा में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ लगे भड़काव नारों ने पूरे देश का ध्यान अपनी तरफ खींचा और देश में चारों तरफ से नारेबाजी करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठने लगी। दिल्ली पुलिस ने इस सभा का विवादस्पद वीडियो वायरल होने के बाद अज्ञात युवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज़ भी की, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने इस मामले में दिल्ली पुलिस से रिपोर्ट भी तलब की है।

मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नारेबाज़ी पर क्या बोले पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी

पूर्व आईएएस अधिकारी अब्दुर्रहमान ने कहा कि “राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री, गृह मंत्री निवास से थोड़ी ही दूरी पर मुसलमानों के खिलाफ नारे लगते हैं। लोगों को उनके कत्ल-ए-आम के लिए उकसाया जाता है।” देश की सुरक्षा एजेंसी, सरकार, मीडिया की चुप्पी अनुचित है।यदि समय रहते हुए ऐसे लोगों पर कार्यवाही नहीं हुई तो ये देश के लिए एक बड़ा खतरा बन जाएंगे।”

पत्रकार विनोद कापड़ी ने कहा खतरनाक यह नहीं है कि ऐसे आतंकी अब सड़कों पर हैं, खतरनाक यह भी नहीं है कि ऐसे आतंकियों को सत्ता का संरक्षण है, खतरनाक यह भी नहीं है कि पुलिस इन आतंकियों के साथ है, खौफनाक यह है कि ऐसे आतंकी अब देश के तकरीबन हर मीडिया में रिपोर्टर, प्रोड्यूसर, एंकर, संपादक बन कर घूम रहे हैं।

लेखक अशोक कुमार बोले दंगाइयों को चाहे किसी का समर्थन हो, लेकिन दिल्ली वासियों को आगे आना चाहिए और यह शपथ लेनी होगी कि अब शहर में साम्प्रदायिक दंगे नहीं होने देंगे, विपक्ष, सिविल सोसायटी तथा दिल्ली सरकार से मेरी यह अपील है कि सब मिलकर इस साज़िश को नाकामयाब बनाएं, दिल्ली पुलिस, ज़िम्मेदारी तो आपकी भी है।

प्रोफेसर लक्ष्मण यादव बोले “मुस्लिम समुदाय के खिलाफ ऐसे भड़काव नारे पहली बार गोरखपुर के एक मठाधीश की ‘हिन्दू युवा वाहिनी’ से सुने थे, जब मैं बहुत डर गया था।” मुझे लगा इसे आम आवाम जवाब देगी मगर उस व्यक्ति को ही यूपी का सीएम बना दिया गया। आज देश भर में यही सुनाई दे रहा है कि हम किधर जा रहे हैं? हमें इसका मुंहतोड़ जवाब देना होगा। 

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