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मौलाना कलीम सिद्दीक़ी साहब की गिरफ़्तारी क्यों ।

 

By @nadim_kgn
 
 

मौलाना कलीम सिद्दीक़ी साहब मेरठ 21 सितंबर को मेरठ आए हुए थे और रात की नमाज़ ( ईशा ) के बाद वो फुलत की तरफ़ जा रहे थे उनके साथ मदरसे में पढ़ने वाले 2 बच्चें, एक डॉक्टर और ड्राइवर मौजूद था, तभी यूपी एटीएस व यूपी पुलिस बिना बताउनको उठा ले जाती है, जिसमें 22 सितंबर को यूपी एटीएस ने सूचना दी कि मौलाना कलीम सिद्दीक़ी को अवैध धर्मांतरण मामले में अरेस्ट किया गया है। मौलाना कलीम सिद्दीक़ी पर बाहर से फंडिंग का भी आरोप लगाया है, इनसे पहले मौलाना मुहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती जहाँगर जो आईडीसी संस्था चलाते है उनको भी 20 जून को गिरफ्तार किया गया था, और मौलाना कलीम को इन्हीं का साथी बताकर गिरफ्तार किया गया है, मौलाना कलीम मुज़फरनगरके फुलत के रहने वाले है इन्होंने शुरू में मदरसे में तालीम हासिल की उसके बाद खतौली के पिकेट इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट पास किया, बीएससी मेरठ कॉलेज से पास आउट किया, साथ ही साथ इस्लामिक स्कॉलर बनने की तरफ़ ध्यान दिया,

अब इसमें सोचने वाली बात ये है कि यूपी एटीएस मौलाना कलीम सिद्दीक़ी को मौलाना मुहम्मद उमर गौतम का साथी बता रही है अभी तक उनके खिलाफ़ कोई एक एसा गवाह पेश नहीं हुआ है जिसने ये गवाही दी हो कि  मुझसे जबरदस्ती इस्लाम क़ुबूल कराया गया है या मुझे पैसा/गाड़ी/बंगला का लालच देकर इस्लाम क़ुबूल कराया हो, सिर्फ़ विडियो के बेस पर मौलाना कलीम सिद्दीक़ी को अरेस्ट किया गया है, जबकि कोई ऐसा गवाह मौजूद नहीं है जिससे ये बात क्लियर हो कि मौलाना लालच देकर लोगों को इस्लाम की तरफ़ बुलाते है, और न ही किसी ने मौलाना कलीम के खिलाफ़ कोई एफआईआर लिखाई है, न हि मौलाना के पिछ्ल वक्त में कोई ऐसा केस है जिसकी वजह से मौलाना का नाम थाने में आया हो, जिस बंदे का रिकार्ड इतना साफ़ हो, जिस बंदे को तमाम लोग ( हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई ) सुनना/पढ़ना पसंद करते हो वो कैसे किसी को जबरदस्ती इस्लाम क़ुबूल करा सकते है? मौलाना कलीम सिद्दीक़ी साहब के साथ जो बच्चें, डॉक्टर और ड्राइवर उठाए गए थे अभी तक यूपी पुलिस या यूपी एटीएस ने उनके बारे में कोई सूचना नहीं दी है, मौलाना कलीम सिद्दीक़ी की रिमांड की मांग को कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया है 5 अक्टूबर को अगली सुनवाई है तब तक मौलाना कलीम सिद्दीक़ी पुलिस हिरासत में रहेंगे n

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