लंबे समय से हेल्थ केयर कार्यकर्ताओं की सबसे अधिक ज़रूरत महसूस होती रही है। कोरोना महामारी जैसे कठिन समय में केवल चिकित्सकों ने ही नहीं, बल्कि अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों ने भी दुनिया को बहुत बड़े विनाश से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
वे अब हमारी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं और तकनीकी रूप से कुशल पेशेवर होने की वजह से इनकी मांग इस क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
एसजीटी विश्वविद्यालय और शिक्षा
गुरुग्राम में स्थित एसजीटी विश्वविद्यालय और एसजीटी हॉस्पिटल ने भी इस महामारी के दौरान देश की सेवा में भरपूर योगदान दिया है।
एसजीटी विश्वविद्यालय देश के श्रेष्ठ निजी विश्वविद्यालयों में एक जाना पहचाना नाम है। यहां विश्वस्तरीय शिक्षकों के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य सेवा संबंधित पेशेवर शिक्षा दी जा रही है। एसजीटी यूनिवर्सिटी की चिकित्सा संबंधित शिक्षा प्रणाली अत्यधिक प्रगतिशील और नवीन है।
यहां व्यवहारिक व प्रायोगिक शिक्षा पर विशेष ज़ोर दिया जाता है। एसजीटी विश्वविद्यालय में कुल 19 संकाय हैं, जिनमें 180 से अधिक पाठ्यक्रमों की पढ़ाई होती है। यहां के स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के तहत 20 पाठ्यक्रम संचालित हो रहे हैं। एसजीटी विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के अंतर्गत 11 स्नातक, 6 स्नातकोत्तर और 3 पीएच.डी. या शोध पाठ्यक्रम संचालित हो रहे हैं-
ग्रैजुएशन
- बीएससी माइक्रोबायोलॉजी
- बीएससी ऑप्टोमेट्री
- बीएससी न्यूट्रिशन और डायटेटिक्स
- बीएससी रेडियो-इमेजिंग टेक्नोलॉजी
- बीएससी न्यूरो फिज़ियोलॉजी टेक्नोलॉजी
- बीएससी ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी
- बीएससी मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी
- बीएससी कार्डिएक् केयर टेक्नोलॉजी
- बीएससी रिनल डायलिसिस
- बीएससी परफ्यूज़न टेक्नोलॉजी
- बीएससी मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी
पोस्ट गैजुएशन
- एमएससी माइक्रोबायोलॉजी
- एमएससी ऑप्टोमेट्री
- एमएससी न्यूट्रिशन और डायटेटिक्स
- एमएससी रेडियो-इमेजिंग टेक्नोलॉजी
- एमएससी ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी
- एमएससी मेडिकल लेब्रोरेटरी टेक्नोलॉजी
- एमएससी कार्डिएक केयर टेक्नोलॉजी
- एमएससी रेनल डायलिसिस
- एमएससी परफ्यूजन टेक्नोलॉजी
- एमएससी मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी
रिसर्च स्कॉलर
- पीएचडी माइक्रोबायोलॉजी
- पीएचडी न्यूट्रिशन और डायटेटिक्स
- पीएचडी रेडियो-इमेजिंग टेक्नोलॉजी
एसजीटी विश्वविद्यालय में स्वास्थ्य संकाय की खासियत
एसजीटी विश्वविद्यालय में संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय की कुछ विशेष विशेषताएं हैं, जो इसे अग्रणी बनाती हैं:
- यहां ना केवल क्लास एजुकेशन से बल्कि क्लिनिकल और सामुदायिक प्रशिक्षण के माध्यम से भी शिक्षा प्रदान की जाती है।
- शिक्षण और प्रशिक्षण संबंधित नवीनतम प्रगति के लिए स्टूडेंट्स को को-डिस्कशन, सेमिनार और जर्नल क्लब के साथ जोड़ा जाता है।
- यहां एक कॉर्पोरेट रिसोर्स सेंटर है, जो विद्यार्थियों को प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ इंटर्नशिप करने व प्लेसमेंट में सहयोग करता है।
- एसजीटी यूनिवर्सिटी के पास स्टूडेंट्स के कौशल को निखारने के लिए कुशल और योग्य विश्वस्तरीय शिक्षक हैं।
- एसजीटी यूनिवर्सिटी का प्रसिद्ध राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शिक्षण संस्थानों के साथ कोलैबोरेशन है, जो हमारे स्टूडेंट्स को वैश्विक एक्सपोज़र देता है।
- एसजीटी विश्वविद्यालय उन सभी परिवर्तनों के साथ अपना कदम बढ़ा रहा है, जो चिकित्सा उद्योग को प्रभावित कर रहे हैं साथ ही, जो भविष्य में इसके आधार बन सकते हैं।
एसजीटी देता है विविध कैरियर ऑप्शन्स
एसजीटी विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य विज्ञान संकाय से एलाइड हेल्थ साइंस का कोर्स करने के बाद स्टूडेंट्स के लिए कई कैरियर विकल्प मौजूद हैं, जैसे-
- नियामक मामलों के प्रबंध (Regulatory Affairs Manager)
- ड्रग डेवलपमेंट एसोसिएट (Drug Development Associate)
- क्लिनिकल रिसर्च मैनेजर(Clinical Research Manager)
- क्लिनिकल रिसर्च एसोसिएट्स (Clinical Research Associates) (CRA)
- क्लीनिकल प्रोजेक्ट मैनेजर(Clinical Project Manager)
- क्लिनिकल डेटा मैनेजर(Clinical Data Manager)
- क्लिनिकल डेटा समन्वयक (Clinical Data Coordinators)
- मेडिकल राइटर्स(Medical Writers)
- व्यवसाय विकास प्रबंधक(Business Development Manager)
- बायोस्टिस्टिशियन (Biostatisticians)
- विश्लेषणात्मक रसायनज्ञ (Analytical chemist)