YOUTH KI AWAAZ
एक्शन चैलेंज
सीखें बेहतर जलवायु की मांग करने के लिए कैसे बनाते हैं ज़बरदस्त सोशल मीडिया कैंपेन और जीतें 50 हज़ार रुपए।
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एक्शन चैलेंज
सीखें बेहतर जलवायु की मांग करने के लिए कैसे बनाते हैं ज़बरदस्त सोशल मीडिया कैंपेन और जीतें 50 हज़ार रुपए।
यह क्या है: एक दो दिवसीय, बिल्कुल मुफ्त, आवासीय कैंप जहां आपको मिलेगा मौका सीखने का कि कैसे बनाते हैं बेहतर जलवायु की मांग करते हुए एक ज़बरदस्त सोशल मीडिया कैंपेन और अपने कैंपेन को आगे बढ़ाने के लिए जीतें ₹50,000
मुझे सीखने को क्या मिलेगा: सीखें कैसे बनाते हैं कैंपेन और क्या होती है रणनीति एक कैंपेन को सफल बनाने की। सोशल मीडिया की बारीकियां, अपनी कहानी दुनिया को बताने का हुनर भी सिखाया जाएगा। यह भी सिखाया जाएगा कि मीडिया और लीडर्स को कैसे प्रभावित करें ताकि आपके मुद्दे पर कदम उठाया जा सके।
यह मुद्दा क्यों ज़रूरी है:जलवायु परिस्थितियों में बदलाव और देशभर में मौसम की मार के साथ ही भारत जलवायु परिवर्तन के खिलाफ अपनी लड़ाई में लगातार कमज़ोर पड़ रहा है।
2019 में हम अमरीका और चीन के बाद दुनियाभर में ग्रीनहाउस गैसों के तीसरे सबसे बड़े उत्सर्जनकर्ता थे। जब कोयले जैसे जीवाश्म इंधन(फॉसिल फ्यूल) का उपयोग बड़े स्तर पर होता है तब उससे कार्बन डाई ऑक्साइड जैसे ग्रीनहाऊस गैसेस उत्सर्जित होते हैं। ये गैस धरती के वातावरण में गर्मी कौ कैद कर लेते हैं जिससे पृथ्वी लागातार गर्म होते जा रही है।
इन सबके बीच जो सबसे चिंताजनक बात है वो यह कि भारत के पास अलग-अलग क्षेत्रों से (उद्योगों, वाहनों, कृषि) इन गैसों का उत्सर्जन रोकने और कोयले का इस्तेमाल कम करने का कोई ठोस प्लान नहीं है। सरकार से इनपर जवाब मांगकर और उनपर अलग-अलग क्षेत्रों से उत्सर्जन को कम करने के लिए कानून लाने का दबाव बनाकर इस हालात को बदला जा सकता है। इस हालत को बदलें और इस एक्शन नेटवर्क का हिस्सा बनकर सरकार से जवाब मांगे।
मैं तैयार हूं, अप्लाय कैसे करूं: अगर जलवायु से जुड़े मुद्दों (जैसे कि कचरा प्रबंधन, कृषि, रिन्यूएबल एनर्जी) से आपको फर्क पड़ता है और ज़ीरो उत्सर्जन पर आपको एक कैंपेन चलाना है तो आज ही अप्लाय करें YKA एक्शन चैलेंज के लिए। अपना कैंपेन बनाएं और अपने कैंपेन को आगे बढ़ाने के लिए जीतें 50 हज़ार रुपए।
एप्लीकेशन डेडलाइन: जनवरी 15, 2020
पहला कदम:: अपने कैंपेन आइडिया के साथ अप्लाय करें और एक्शन नेटवर्क में चुने जाने का मौका पाएं।
दूसरा कदम: जलवायु के जानकारों के द्वारा कंडक्ट की जाने वाली दो दिनों की वर्कशॉप अटेंड करें, बिल्कुल मुफ्त
तीसरा कदम: वर्कशॉप से सीखी बातों को अमल में लाकर अपना कैंपेन 1 महीने तक चलाएं।
चौथा कदम: : सफलतापूर्वक अपना कैंपेन चलाकर 50 हज़ार जीतने का मौका पाएं।
विभिन्न पहलुओं को समझना
कैसे जलवायु संकट शिक्षा और रोज़गार से लेकर पानी की सुविधा, जीवन की गुणवत्ता और आर्थिक विकास जैसे विभिन्न मुद्दों को प्रभावित करता है।
विभिन्न पहलुओं को समझना
कैसे जलवायु संकट शिक्षा और रोज़गार से लेकर पानी की सुविधा, जीवन की गुणवत्ता और आर्थिक विकास जैसे विभिन्न मुद्दों को प्रभावित करता है।
सफल कैंपेन्स बनाना
जलवायु संकट की सीमाओं को समझना और पूरा ध्यान केंद्रित करते हुए अपने लक्ष्य, टारगेट ऑडियंस और चुनौतियों की पहचान करना।
सफल कैंपेन्स बनाना
जलवायु संकट की सीमाओं को समझना और पूरा ध्यान केंद्रित करते हुए अपने लक्ष्य, टारगेट ऑडियंस और चुनौतियों की पहचान करना।
गहराई तक जाना
आपके कैंपेन के क्षेत्र जैसे कि जागरूकता, उलझनों और चुनौतियों में समस्याओं की पहचान करना ताकि टारगेट ऑडियंस अनुसार आपके कैंपेन को बनाया जा सके।
गहराई तक जाना
आपके कैंपेन के क्षेत्र जैसे कि जागरूकता, उलझनों और चुनौतियों में समस्याओं की पहचान करना ताकि टारगेट ऑडियंस अनुसार आपके कैंपेन को बनाया जा सके।
अपनी दावेदारी को मज़बूत बनाने के लिए कुछ ज़रूरी सुझाव-
यह सुनिश्चित कर लें कि आपका मुद्दा ज़्यादा सटीक और स्थानीय हो।
समस्याओं के समाधान के लिए एक मज़बूत प्लान तैयार करें। आपके कैंपेन से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए किस नीति निर्माता से बात करनी है, यह क्लियर हो तो बेहतर होगा।
ध्यान रहे कि आपका प्लान वास्तविक हो ताकि निर्धारित किए गए लक्ष्यों तक आसानी से पहुंचा जा सके।
एक ज़रूरी बात: यह ज़रूरी नहीं है कि क्लाइमेट चेंज के संदर्भ में सभी मुद्दों के बारे में केन्द्रीय मंत्री से बात की जाए। आपका प्लान जितना ज़्यादा सटीक, एक दूसरे से जुड़ा और स्थानीय होगा, इसके इम्पैक्ट की उतनी ही अधिक संभावनाएं होंगी
यदि आपके पास और भी सवाल हैं, तो इस लिंक पर क्लिक करके हमसे पूछें।