“कोरोना के साथ-साथ व्यवस्था और नागरिकों की लापरवाही भी बढ़ती चली गई है” pratyush prashant in #CoronaWatch April 18, 2021
“खुदा बख्श लाइब्रेरी पर गहराता संकट बिल्कुल भी अच्छे संकेत नहीं हैं” pratyush prashant in Hindi April 14, 2021
एक विधवा के मन की व्यथा और समाज की दकियानूसी सोच की कथा है फिल्म पगलेट pratyush prashant in Art April 5, 2021
नेताओं के ऐसे बयान सुनकर लगता है कि समझ बदलने में अभी बहुत वक्त लगेगा pratyush prashant in Hindi March 19, 2021
सिंगल मॉम! गीता यथार्थ की एक सहज तस्वीर से क्यों बिलबिला उठा है ये समाज? pratyush prashant in Gender and Sexuality March 11, 2021
पश्चिम बंगाल के सियासी दंगल में राजनीतिक पार्टियों की साख दांव पर pratyush prashant in Hindi March 3, 2021