फ़िल्मों और OTT पर दी जाने वाली वैधानिक चेतावनी का क्या उद्देश्य होता है?

Malabika Dhar

14  July, 2023

स्मोक करने वालों के साथ-साथ नॉन स्मोकर भी घर, कार्यस्थल और सार्वजनिक स्थानों पर पैसिव स्मोकिंग के संपर्क में आते हैं। तंबाकू से बड़ी संख्या में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के बीच सामाजिक स्तर पर मामले पर एकरूपता और सरकार के जिम्मेदारी के रूप में वैधानिक चेतावनी जरूरी हो जाता है।

क्यों जरूरी है वैधानिक  चेतावनियाँ

तंबाकू इस समय सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़े खतरों में से एक है। ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे इंडिया, 2016-17 के अनुसार, भारत में लगभग 267 मिलियन वयस्क (15 वर्ष और उससे अधिक) (सभी वयस्कों का 29%) तंबाकू के उपयोगकर्ता हैं।

तंबाकू का प्रभाव

भारत को धूम्रपान करने वालों की बड़ी संख्या और तंबाकू से संबंधित बीमारियों के इलाज के वित्तीय बोझ को कम करने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है।

तंबाकू के खर्च और चुनौतियों को कम करने की जरूरत 

ओटीटी प्लेटफार्मों की लोकप्रियता के साथ, सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने फिल्मों, वेब श्रृंखला और ऑनलाइन प्रसारित अन्य सामग्री में उपयोग की जाने वाली तंबाकू इमेजरी के लिए ऑडियो-विज़ुअल डिस्क्लेमर के न होने की चिंता व्यक्त की थी।

विशेषज्ञों ने जाहिर की चिंता 

यह स्टोरी पसंद आई?

आपके पास भी है लिखने का मौका