बाँदा के ओरन गाँव में एक गर्भवती महिला फूल कुमारी की मौत उसके अजन्मे बच्चे के साथ 4 नवम्बर को हुई थी। कारण थे अस्पताल और डॉक्टरों की लापरवाही और असंवेदनशील व्यवहार। दिसम्बर में खबर लहरिया के फॉलोअप विडियो स्टोरी में ये पता चला है कि फूल कुमारी के परिवार वालें कारवाई करना चाहते हैं पर इनकी सुनवाई नहीं हो रही है। वो अपनी बात पर अभी भी डटें हैं कि नर्सों और डॉक्टरों ने पैसों की मांग की थी और इस बहस के बीच जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गयी। फूल कुमारी की देवरानी रानी का कहना है कि अस्पताल और उनके कर्मचारियों के खिलाफ कारावाई होनी चाहिए और उन्हें उचित दंड भी मिलना चाहिए। इस स्टोरी से ये साफ़ पता चलता है कि ग्रामीण स्वास्थ्य और ख़ास कर के मात्रत्व स्वास्थ्य के प्रति अधिकारीयों का नजरिया कितना असंवेदनशील है।