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जानिये रैनसमवेयर क्या है, इससे कैसे बचें और प्रभावित होने पर क्या करें

हर सेकंड पहले से ज़्यादा डिजिटल होती दुनिया में अचानक एक खतरा आया और दुनियाभर के देशों में इससे खलबली मच गई। कहा जा रहा है कि 12 मई को सायबर वर्ल्ड में अबतक का सबसे बड़ा हमला हुआ। वानाक्राय (wannacry) नाम का एक रैनसमवेयर(Ransomware) तेज़ी से दुनियाभर के सायबर स्पेस में फैला। बताया जा रहा है कि इसकी शुरुआत यूरोप से हुई।

रैनसमवेयर क्या है?

रैनसमवेयर सायबर क्रिमिनल्स के द्वारा डिज़ाइन किया गया एक तरह के वायरस की कैटेगरी है। ये वायरस अगर आपके कंप्यूटर में आ जाए तो आपका अपने कंप्यूटर पर एक्सेस नहीं रह जाता, मतलब कि आपके कंप्यूटर का डेटा और सारी फाइल्स उन क्रिमिनल्स की ज़द में होगी। जैसा कि इस तरह के वायरस के नाम से ही स्पष्ट है कि अगर आपके किसी भी सिस्टम में ये वायरस आता है तो आपको आपका डेटा लौटाने के एवज़ में आपसे रैनसम यानी कि फिरौती मांगी जाती है।

रैनसमवेयर की खास बातें:

कैसे होता रैनसमवेयर का हमला:

हैक होने के बाद आने वाला एक सैंपल मैसेज

रैनसमवेयर से नुकसान:

कैसे बचें रैनसमवेयर अटैक से:

रैनसमवेयर से प्रभावित होने पर क्या करें:

फिरौती बिल्कुल ना दें। इसकी कोई गारंटी नहीं है कि फिरौती के बाद भी आपको आपका डेटा वापस लौटाया जाएगा।
ऐसे सॉफ्टवेयर्स लगातार अपडेट होते रहते हैं। इसका मतलब है कि अगली बार ये रैनसमवेयर दूसरे तरीके से आपके सिस्टम को प्रभावित करे और आपसे फिर से फिरौती मांगी जाए। यानी हमें हमेशा बचाव के लिए कदम उठाने चाहिए ना कि फिरौती देकर पीछा छुड़ाने के।
इस प्रकार के वायरस और सॉफ्टवेयर्स ने गैरकानूनी तरीके से फिरौती और वसूली को एक वैश्विक व्यापार बना दिया है। लेकिन थोड़ी सी सावधानी बरत के इसका बखूबी मुकाबला किया जा सकता है।

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