Site icon Youth Ki Awaaz

सुप्रीम कोर्ट ने आरे में पेड़ों की कटाई पर लगाई रोक, जानिए अब तक क्या-क्या हुआ

आरे फॉरेस्ट

आरे फॉरेस्ट

मुंबई के आरे में शुक्रवार देर सात से शुरू की गई पेड़ों की कटाई को बचाने के लिए स्टूडेंट्स द्वारा दायर की गई याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल पेड़ों की कटाई पर रोक लगा दी है। गौरतलब है कि मामले की सुनवाई को सुप्रीम कोर्ट ने 21 अक्टूबर तक टाल दी है। इसके अलावा कोर्ट ने यह भी आदेश दिया है कि इस दौरान जितने भी लोगों को हिरातस में लिया गया है, उन्हें तुरन्त रिहा किया जाए। आइए जानते हैं इस पूरे मामले में अब तक क्या-क्या हुआ-

पेड़ों की कटाई का मसला क्या है?

गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों से मुंबई में मेट्रो के विस्तार का कार्य जारी है, जिसके तहत साल 2014 में शुरू हुए मेट्रो प्रोजेक्ट का पहला फेज़ वर्सोवा से लेकर घाटकोपर तक पूरा हो चुका है। जैसे-जैसे मेट्रो का विस्तार शुरू हुआ, वैसे-वैसे मुंबई मेट्रो को पार्किंग के लिए शेड की ज़रूरत पड़ी। मेट्रो निर्माण कंपनी ने जब मुंबई के निरीक्षण की शुरुआत की तब उन्हें पार्किंग शेड के तौर पर आरे ही एकमात्र जगह मिली।

पहली तस्वीर में प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेती पुलिस और दूसरी तस्वीर में पेड़ों की कटाई पर दुख प्रकट करते तमाम पर्यावरण प्रेमी। फोटो साभार- Twitter

अगस्त 2019 में मुंबई मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने बीएमसी के सामने मेट्रो शेड निर्माण के लिए प्रस्ताव रखा था। प्रस्ताव में कहा गया था कि मेट्रो शेड निर्माण कार्य के लिए आरे में कुछ पेड़ों को काटे जाने की ज़रूरत है। अभी एक सप्ताह पहले ही बीएमसी ने पेड़ों के काटे जाने की मंज़ूरी दे दी थी।

मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रस्ताव की माने तो कुल 2702 पेड़ों में से 2238 पेड़ काटे जाने थे और बाकी बचे पेड़ों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाना था।

फिल्मी हस्तियों ने भी किया विरोध

रात के अंधेरे में आरे में पेड़ों की कटाई शुरू होने के बाद एक तरफ तमाम पर्यावणविद और स्टूडेंट्स सड़कों पर थे, तो वहीं दूसरी ओर फिल्मी हस्तियों ने भी सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर के ज़रिये इसका पुरज़ोर विरोध किया।

रवीना टंडन, रणदीप हुडा, दिया मिर्ज़ा और अमिताभ बच्चन समेत कई दिग्गज कलाकारों ने अपने-अपने स्तर पर विरोध प्रकट किया। फिल्मी हस्तियों द्वारा इस मुहिम में शामिल होने के बाद उनके फैंस भी बढ़ चढ़कर इस मुहिम का हिस्सा बने।

देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने आरे कॉलोनी की नींव रखी थी। सन् 1951 में मुंबई में डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए पंडित नेहरू ने आरे मिल्क कॉलोनी की शुरुआत करते हुए यहां पौधारोपण किया था।

नेहरू के पौधारोपण के बाद उनसे प्रेरित होकर आम लोगों ने भी पेड़ लगाना शुरू कर दिया और देखते ही देखते इस इलाके ने घने जंगल का रूप ले लिया। यह पूरा इलाका 3166 एकड़ में फैला हुआ है, जिसके चारो तरफ सिर्फ हरियाली ही नज़र आती है।

Exit mobile version