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#PeriodPaath: टीचर्स, लड़के और मुखिया को माहवारी के बारे में पढ़ना होगा

Girls and boys interactसेवा में,

प्रखंड बाल विकास अधिकारी ,

गमारिया सराईकेला खरसावा, झारखण्ड,

विषय: स्कूल में सेनेटरी नैपकिन की उपलब्धता

महाशय,

सविनय निवेदन हे की में माहि सिंह केराला पब्लिक स्कूल की छात्र आप से यह मांग करती हूँ की हमारे स्कूल में लड़कियों को सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध किया जाये। माहवारी के कारण कई लड़किया स्कूल में नहीं आ रही। स्कूल के दौरान माहवारी आने पे लड़कियों को घर भेजा जा रहा है। इस वजह से लड़कियों के पढाई का नुक्सान हो रहा है और उनका शिक्षा का अधिकार का उल्लंघन हो रहा है। हम लड़कियों ने इस बारे में प्रधान आचार्य को बोलै मगर उनसे कोई सहकार्य नहीं मिल पाया। सेनेटरी नैपकिन ना मिलने के कारन मेरे कक्षा के कई लड़कियों के माता पिता उन्हें स्कूल आने से मन करते है। इस वजस से कई लड़किया शिक्षा में पीछे रह रही है। माहवारी के दौरान संक्रमण से कारण कई लड़कियों को बीमारिया हो रही यही और यह उनके स्वास्थ्यधोका पंहुचा रहा है। मेरी एक साथी संक्रमण की वजह से एक दिन चल भी नहीं पा रही थी।

मेरे सहेली को एक दिन क्लास के दौरान माहवारी आयी। ये बात जब हमने अध्यापिका को बताई तो उनसे हमे कोई सहकार्य नहीं मिला। मेरी सहेली को चक्कर आने लगा। हमने मेरे सहेली के घर पे भी बात करने की कोशिश की मगर संपर्क नहीं हो पाया। अंत में उससे अस्पताल लेके जाना पड़ा। प्रधान आचार्य ने हमें कहा के लड़कियों से सेनेटरी नैपकिन अपने घरसे लेके आना चाहिए। स्कूल में सेनेटरी नैपकिन बैग में रखने से कई लड़किया शर्माती है क्युकी कुछ शरारती लड़के हमारी बैग चेक करते है।

स्कूल में खाली सैनिटरी पैड उपलब्ध करने से ये समस्या नहीं हल होगी। हमे स्कूल के टीचर्स, लड़के और मुखिया को माहवारी के बारे में पढ़ना होगा ताकि हम लड़कियों के लिए एक अच्छा वातावरण बना सके।

में आपसे बिनती करती हूँ की आप इस बारें में तुरंत काम करें और स्कूल में सेनेटरी नैपकिन की सुविधा उपलब्ध करे ।

आपकी विश्वास पात्र,

माहि सिंह

Submitted on behalf of Mahi Singh by 10to19 Dasra Adolescents Collaborative

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