श्री मान जिला कलेक्टर महोदय
अजमेर
विषय- माहवारी को शर्मिंदगी मुक्त करने हेतु |
मै नफ़ीसा बानो गाँव लसाडिया की रहने वाली हूँ | यहाँ माहवारी से सम्बंधित कुछ धारणाए बनी हुई है इस पर कुछ कहना चाहती हूँ कि माहवारी पर होते ही हमारी माताए रोक टोक करती है आचार नही छूना,मंदिर,मस्जिद ना जाना ये गन्दा खून है ,खेत में नही जाना सब्जिया खराब हो जाएगी| माहवारी के कपडे को छुपा के सुखाना सेनेटरी पेड़ छुपा के रखना इस तरह की चीज़े होती है और हमे शर्मिंदगी महसूस कराई जाती है हमे रूम टू रीड के बालिका शिक्षा कार्यक्रम से ये सिखा है कि ये एक सामान्य प्रक्रिया है ये माहवारी होना जरुरी है अगर माहवारी नही होगी तो महिला या लडकी बच्चे को जन्म नही दे पाएगी |एक तरफ जहा कामाख्या देवी की पूजा की जाती है वही दूसरी और इसे अपवित्र माना जाता है |इस धारणाओ को तोड़ने व समाज के लोगो को जागरूक करने के लिए मदद करे |
सधन्यवाद
नाम –नफ़ीसा बानो
स्कूल –रा.मा.वि.लसाडिया