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“कपिल मिश्रा के भड़काऊ बयान, जिसके बाद दिल्ली में होने लगे दंगे”

कपिल मिश्रा

कपिल मिश्रा

दिल्ली में हिंसा में अब तक दस मौतें होने की खबरें आ चुकी हैं। रतनलाल नाम के एक पुलिस कॉन्सटेबल की भी मौत हो गई है। नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध और समर्थन करने वालों के बीच हुई पत्थरबाज़ी के बाद यह मामला बिगड़ गया।

कैसे हुई दंगे की शुरुआत?

कपिल मिश्रा। फोटो साभार- सोशल मीडिया

22 फरवरी को जाफराबाद में महिलाओं ने रात में सड़क पर धरना प्रदर्शन शुरू किया। पहले वे 42 दिनों से सड़क के किनारे प्रर्दशन कर रही थीं, जिससे मौजपुर और सीलमपुर के बीच का रास्ता बंद हो गया था।

23 फरवरी को पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से बात कर एक तरफ का रास्ता खुलवा दिया मगर सीलमपुर से मौजपुर आने का रास्ता बंद था। करीब तीन बजे कपिल मिश्रा, जो कि भाजपा के नेता हैं, वे स्थानीय पार्षद और अन्य लोगों के साथ मौजपुर लाल बत्ती पहुंच गए और अधिनियम के समर्थन में प्रर्दशन करने लगे।

कपिल मिश्रा ने यहां भड़काऊ बयान के साथ पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा कि जाफराबाद और चांदबाग की सड़कें खाली करा दीजिए। इसके बाद हमें मत समझाइएगा। हम आपकी भी नहीं सुनेंगे। सिर्फ तीन दिन। कपिल मिश्रा के कई और ट्विट्स भी सामने आए, जिसके बाद दंगे का आगाज़ हो गया।

चार बजे के करीब दोनों तरफ के प्रदर्शनकारियों के बीच पत्थरबाज़ी शुरू हो गई। कुछ ही देर में करावल नगर, मौजपुर, बाबरपुर और चांदबाग तक हालात खराब हो गए। इस बीच पुलिस ने लाठीचार्ज किया और मामले को नियंत्रित करने के लिए अर्द्धसैनिक बलों की टुकड़ियों को भी लगाया गया।

24 फरवरी को क्या हुआ?

फोटो साभार- सोशल मीडिया

24 फरवरी को जाफराबाद में विरोध में प्रदर्शन चल रहा था। इसी बीच समर्थन में प्रर्दशन करने वाले भी वहां पहुंच गए, फिर कई लोग नकाब पहने नज़र आए जिन्हें दंगाई ही कहा जाएगा।

ऐसे में एक शाहरुख नाम का दंगाई पकड़ा गया है। उसने आठ राउंड फायरिंग की थी। करावल नगर, शेखपुर चौक और कर्दमपुरी में भी हंगामा हुआ। इसी दिन हंगामे के बीच घायल हुए पुलिस कॉन्सटेबल रतनलाल की मृत्यु अस्पताल में हो गई। डीसीपी पर भी हमले की खबर आई। भजनपुरा इलाके में दंगाईयों ने पेट्रोल पंप में आग लगा दी।

दंगे बढ़ते ही गए

फोटो साभार- सोशल मीडिया

25 फरवरी को सुबह के वक्त मौजपुर और ब्रम्हपुरी इलाके में पत्थरबाज़ी हुई तथा मोटरसाइकिलों में आग लगा दी गई। दिल्ली सरकार ने उत्तर पूर्वी दिल्ली के विद्यालय बन्द करा दिए। दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने गृह मंत्रालय को बताया कि उनके पास पुलिस फोर्स की कमी थी।

अरविंद केजरीवाल ने 12 बजे अमित शाह के साथ मीटिंग की जिसके बाद सभी ज़िला अधिकारियों से अनुरोध किया गया कि जिन इलाकों में हिंसात्मक घटनाएं हुई हैं, वहां शांति मार्च निकाला जाए। साथ ही साथ उन्होंने ने दिल्लीवासियों से शांति बनाए रखने का अनुरोध किया।

वहीं, गोकुलपुरी इलाके में टायर मार्केट में आग लगा दी गई। दिल्ली उच्च न्यायालय ने कपिल मिश्रा, प्रवेश साहब सिंह और अनुराग ठाकुर के खिलाफ दायर याचिकाओं पर बुधवार को सुनवाई के लिए कहा है।

NDTV की निधि राजदान ने बताया कि NDTV के दो पत्रकारों को अधिनियम के समर्थन में प्रर्दशन करने वालों ने पकड़ लिया था तथा हिंदू होने की जानकारी देने पर ही जाने दिया।

न्यूज 18 के पत्रकार ने बताया कि खजूरी खास में घर जलाए जा रहे हैं, क्योंकि वहां पुलिस फोर्स की कमी थी। JK 24 न्यूज चैनल का एक पत्रकार GTB नगर के पास गोलीबारी में घायल हो गया।

अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया राजघाट गए तथा घायलों से मिलने अस्पताल भी पहुंचे। भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने कपिल मिश्रा पर कार्रवाई की बात की। उत्तर पूर्वी दिल्ली के ज्योति नगर में दंगाईयों ने वाहनों में आग लगा दी।

संदर्भ- https://bit.ly/2Vq7GQr


नोट: विष्णु Youth Ki Awaaz इंटर्नशिप प्रोग्राम जनवरी-मार्च 2020 का हिस्सा हैं।

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