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माइक्रोबायोलॉजी के क्षेत्र में हैं अपार संभावनाएं, कैसे बनाएं एक सफल करियर?

माइक्रोबायोलॉजी में काफी अच्छी कैरियर की संभावनाएं

आज के समय में माइक्रोबायोलॉजी में काफी अच्छी करियर की संभावनाएं हैं। जिस तरह इस दुनिया भर में नई-नई बीमारियां बढ़ रही हैं। उसी तरह माइक्रोबायोलॉजी में करियर स्कोप बढ़ता जा रहा है। इस प्रकार अगर आप भी माइक्रोबायोलॉजी में कैरियर बनाने का सपना देख रहे हैं,तो ये सेक्टर आपके करियर में मील का पत्थर साबित हो सकता है।

बीएससी माइक्रोबायोलॉजी कोर्स की योग्यताएं

कोर्स का प्रकारः स्नातक
कोर्स की अवधिः 3 वर्ष
परीक्षा का प्रकारः सेमेस्टर प्रणाली
नौकरी के शीर्ष कार्य-क्षेत्र: विकास प्रयोगशालाएं, खाद्य उद्योग, शिक्षा
नौकरी में शीर्ष पद: बैक्टिरियोलॉजिस्ट, वायरोलॉजिस्ट, बायोकेमिस्ट, सेल बायोलॉजिस्ट, इंडस्ट्रीयल माइक्रोबायोलॉजिस्ट आदि
बीएससी माइक्रोबायोलॉजी तीन वर्ष का स्नातक पाठ्यक्रम है, जिसमें किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से विज्ञान स्ट्रीम के साथ 45% न्यूनतम अंक के साथ 10 + 2 पास करने वाला विद्यार्थी इस कोर्स में अपना नामांकन करा सकता है।

माइक्रोबायोलॉजी सूक्ष्म जीवों जैसे कि बैक्टीरिया, वायरस, कवक और प्रोटोजोआ के अध्ययन से संबंधित है। इस डोमेन में मुख्य रूप से जैव रसायन, शरीर विज्ञान, कोशिका जीव विज्ञान, पारिस्थितिकी, सूक्ष्मजीवों के विकास और क्लिनिकल ​पहलुओं पर मौलिक शोध व अध्ययन किये जाते हैं।

इसके अलावा इस पाठ्यक्रम में बुनियादी माइक्रोस्कोपी और इंस्ट्रूमेंटेशन, माइक्रो मॉलिक्यूलर संरचना और विश्लेषण, इम्यूनोलॉजी के सिद्धांत, ट्रांसमिशन आनुवांशिकी के सिद्धांत, पुनरावर्ती डीएनए प्रौद्योगिकी, कम्प्यूटेशनल जीव विज्ञान और जैव-सूचना विज्ञान की पढ़ाई होती है।

बीएससी (माइक्रोबायोलॉजी)

माइकोलॉजी, बैक्टीरियोलॉजी, वायरोलॉजीव पैरासाइटोलॉजिकल आदि माइक्रोबायोलॉजी के कुछ केंद्रित विषय हैं। माइक्रोबायोलॉजी की पढ़ाई एक छात्र को सूक्ष्म जीव विज्ञान, रोग संचरण, रोग जनकों की पहचान व नियंत्रण और प्रतिरक्षा विज्ञान की जानकारी देने के साथ-साथ सूक्ष्म जीव विज्ञान के बारे में समझने और जानने में सक्षम बनाता है।

बीएससी माइक्रोबायोलॉजी का कोर्स माइक्रोबियल जीवों, सामान्य जीवाणु विज्ञान व माइक्रोबियल तकनीकों, रोग-जनन, महामारी विज्ञान, रोग संचरण, नोसोकोमियल संक्रमणों पर नियंत्रण, शरीर की सुरक्षा, प्रतिरक्षा, अतिसंवेदनशीलता, शारीरिक व रासायनिक माइक्रोबियल नियंत्रण, प्रयोगशाला से नमूनों के संग्रह व हैंडलिंग की पूरी जानकारी और ज्ञान प्रदान करता है। इसमें शिक्षार्थियों को सामान्य जीवाणु, फंगल व वायरल रोगों के क्लिनिकल प्रयोग करने का अवसर मिलता है।

बीएससी माइक्रोबायोलॉजी करने के बाद करियर संभावनाएं

माइक्रोबायोलॉजी स्नातकों के लिए वर्तमान में करियर के भरपूर अवसर मौजूद हैं। ये स्नातक जैव प्रौद्योगिकी फर्मों, रासायनिक उद्योगों, क्लिनिकल ​​अनुसंधान संगठनों, पर्यावरण प्रबंधन और संरक्षण केन्द्रों, उर्वरक और रासायनिक उत्पाद इंडस्ट्री, अस्पतालों, चिकित्सा अनुसंधान, चिकित्सा प्रयोगशालाओं, फार्मास्युटिकल उद्योगों, पादप आनुवंशिकी अनुसंधान केंद्रों, अनुसंधान व विकास फर्मों आदि विभिन्न डोमेन में जॉब पा सकते हैं।

माइक्रोबायोलॉजिस्ट जीवविज्ञान और जीवाणु विज्ञान से संबंधित सभी डोमेन के बारे में अध्ययन करते हैं और सीखते हैं। गैर-वैज्ञानिक क्षेत्रों के साथ-साथ कृषि विभागों, कृषि अनुसंधान सेवाओं, बेवरेज इंडस्ट्रीज, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, कॉस्मेटिक कंपनियों, फार्म प्रबंधन संगठनों, फेरी उद्योगों में भी इनके लिए रोजगार के अवसर हैं। खाद्य उद्योग, हेल्थकेयर, हर्बेरियम, हर्बल उत्पाद, बागवानी, राष्ट्रीय उद्यान, वन्यजीववमत्स्य उद्योग आदि क्षेत्रों में भी इनके अच्छे करियर की भरपूर सम्भावनाएं हैं।

माइक्रोबायोलॉजी स्नातकों के लिए कई कैरियर विकल्प उपलब्ध हैं, उनमें से कुछ प्रमुख निम्नलिखित हैं-

.वायरोलॉजिस्ट
.प्लांट शोधकर्ता
.मेडिकल माइक्रोबायोलॉजिस्ट
.इम्यूनोलॉजिस्ट
.बागवानी विशेषज्ञ
.आनुवंशिकी विशेषज्ञ
.खाद्य सूक्ष्म जीव वैज्ञानिक
.खेती सलाहकार
.पर्यावरणीय सूक्ष्मजीववैज्ञानिक
.इकोलॉजिस्ट

देश में माइक्रोबायोलॉजी के बेस्ट कॉलेज जिन से आप माइक्रोबायोलॉजी की पढ़ाई कर सकते हैं-

.अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अलीगढ़ (उत्तरप्रदेश)

.दिल्ली यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली

.बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी, वाराणसी

.एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा

.एसजीटी यूनिवर्सिटी, नोएडा

.चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय

.मेरठछत्रपति साहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर

.पटना विश्वविद्यालय, पटना ( बिहार)

.म‍नीपाल एकेडमी ऑफ हायर एजूकेशन, मनीपाल (कर्नाटक)

एसजीटी विश्वविद्यालय ही क्यों?

एलाइड हेल्थ साइंस-मेडिकल साइंस से जुड़ा हुआ क्षेत्र है। इसके स्नातकों को हेल्थकेयर उद्योग के क्षेत्र में पैरामेडिक्स के रूप में काम करने का अवसर मिल सकता है। इसके स्नातक पूरे भारत विभिन्न स्वास्थ्य विज्ञान पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन कर सकते हैं। वे स्वास्थ्य सेवा कर्मचारियों के लिए रीढ़ की हड्डी साबित हो सकते हैं। एसजीटी विश्वविद्यालय उत्कृष्टता और प्रवीणता के साथ कार्य करने में भरोसा रखता है। यहां आधारभूत सिद्धांतों की समझ विकसित करने के लिए व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया जाता है, ताकि चिकित्सा उद्योग क्षेत्र के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं का निर्माण किया जा सके।

पात्रता मानदंड, प्रवेश प्रक्रिया और पाठ्यक्रम के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप हमारी आधिकारिक वेबसाइट https://sgtuniversity.ac.in/ पर जा सकते हैं या मेल, फोन या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से हमसे संपर्क कर सकते हैं।

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